आप सभी भाई-बहनों को "राम-नवमी पर्व" की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ। प्रभु श्रीराम जी को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा गया है। मनुष्य की अपने जीवन को अनुशासित, मर्यादित, कर्त्तव्यनिष्ठ बनाये जाने में ही जीत है। सभी पर्वों को मनाने से मनुष्य का सतोगुण बढ़ने से जीवन में सात्विकता बढ़ती है, तभी समाज में रहने वाले मनुष्यों के बीच में प्रेम, भाई-चारा व सौहार्द का वातावरण बनता है, जिसके फलस्वरूप हमारी परमात्मा में भी प्रीती बढ़ने लगती है और मिला हुआ जीवन सार्थक हो पाता है। इस दिशा में आप सभी भाई-बहनों का "आध्यात्मिक ज्ञानात्मक चैनल +1449 वीडियो" www.youtube.com/c/sudhirbhatiaFAKIR व www.sudhirbhatiafakir.com में बहुत-बहुत स्वागत है। आपका आध्यात्मिक मित्र सुधीर भाटिया फकीर