Skip to main content

"ब्रह्म-मुहूर्त उपदेश"

भौतिक प्रकृति का ही दूसरा नाम माया है। यह माया 2 प्रकार की होती है, विद्या-माया और अविद्या-माया। अविद्या माया यानी रजोगुणी और तमोगुणी माया, जोकि कर्म और ज्ञान से समाप्त हो सकती है, लेकिन विद्या माया यानी सतोगुणी माया, जोकि भक्ति करते रहने से ही क्रमश: समाप्त होनी आरंभ होती है.....सुधीर भाटिया फकीर.

Comments

Popular posts from this blog

"भोजन/TI+FF+IN《《《《《 मनु" + "ष्य ????? भजन/शास्त्र" -[कक्षा-2591]-सुधीर भाटिया फकीर-20-09-2024

 

वि+वाह =कारण-शरीर/सँस्कार+सूक्ष्म-शरीर/मन, स्थूल-शरीर/भोग?●तलाक●[कक्षा-2595]सुधीर भाटिया फकीर22-9-24

 

आपके जीवन का गणित:- शुद्ध कमाई ?? ऋण/तमो, शून्य/रजो, बचत/सतो-[कक्षा-2657]-सुधीर भाटिया फकीर-23-10-24