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"सन्ध्या-बेला सन्देश"

जब-जब मनुष्य के जीवन में सँसार से उदासी होती है, तब-तब मनुष्य को परमात्मा की याद अपने आप ही आने लगती है, अन्यथा प्रयत्नपूर्वक ऐसा करने पर भी अस्थायी तौर पर ही झलक मिलती है, जो टिकती नहीं है.....सुधीर भाटिया फकीर

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