Skip to main content

"सन्ध्या-बेला सन्देश"

भौतिक प्रकृति परमात्मा की ही रचना है और प्रकृति के सभी पदार्थ प्रकृति में रहने वाले सभी जीवों के उपयोग के लिए ही है। हम सभी मनुष्यों को भी इन पदार्थों का केवल अपनी आवश्यकतानुसार ही ग्रहण करना होगा, अन्यथा प्रकृति/परमात्मा की नजरों में हमें चोर ही माना जाएगा.....सुधीर भाटिया फकीर

Comments

Popular posts from this blog

"भोजन/TI+FF+IN《《《《《 मनु" + "ष्य ????? भजन/शास्त्र" -[कक्षा-2591]-सुधीर भाटिया फकीर-20-09-2024

 

वि+वाह =कारण-शरीर/सँस्कार+सूक्ष्म-शरीर/मन, स्थूल-शरीर/भोग?●तलाक●[कक्षा-2595]सुधीर भाटिया फकीर22-9-24

 

आपके जीवन का गणित:- शुद्ध कमाई ?? ऋण/तमो, शून्य/रजो, बचत/सतो-[कक्षा-2657]-सुधीर भाटिया फकीर-23-10-24