सन्ध्याकालीन सन्देश March 05, 2021 प्रकृति परमात्मा की ही एक रचना है। प्रकृति के सभी पदार्थ सभी जीवों के उपयोग मात्र के लिए है, न कि भोग के लिए। उपयोग में योग बना रहता है, जबकि भोग अन्ततः मनुष्य का पतन ही करवाते हैं.....सुधीर भाटिया फकीर Share Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Share Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Comments
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आपके जीवन का गणित:- शुद्ध कमाई ?? ऋण/तमो, शून्य/रजो, बचत/सतो-[कक्षा-2657]-सुधीर भाटिया फकीर-23-10-24 October 23, 2024 Read more
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