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"ब्रह्म-मुहूर्त उपदेश"

हम सभी आत्माएँ स्वभाव से ही ज्ञानवान हैं और परमसुख की इच्छा रखना भी सभी आत्माओं का स्वभाव है, लेकिन फिर भी हम सभी मनुष्य अनादि काल से अलग-अलग स्तर पर मायाबद्ध होने के कारण दुखी है, क्योंकि एक साधारण मनुष्य ज्ञान के अभाव में प्रकृति के 5 विषय-भोगों में ही सुख प्राप्ति की इच्छा बनाये रखता है.....सुधीर भाटिया फकीर

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