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"ब्रह्म-मुहूर्त उपदेश"

कलयुग में प्राय ऐसा देखा जाता है कि समाज के अधिकांश लोग अक्सर अपने दुखों को दूर करने के लिए ही परमात्मा को याद करते दिखाई देते हैं। इसीलिए अक्सर स्वस्थ और धनी इंसान परमात्मा को याद नहीं करते, फिर ऐसे लोग केवल तन से भक्ति करते हुए नजर भले ही आ जाते हैं, लेकिन उनका मन परमात्मा में टिक नहीं पाता.....सुधीर भाटिया फकीर

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