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"सन्ध्या-बेला सन्देश"

कलयुग में प्राय झूठों व मूर्खों की भीड़ देखी जा सकती है और सच्चा इन्सान कभी भी उस भीड़ का हिस्सा नहीं बनता, जबकि सच बताने वाले गिनती के ही लोग होते हैं, जिन्हें भीड़ कभी भी स्वीकार नहीं करती.....सुधीर भाटिया फकीर

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