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"ब्रह्म-मुहूर्त उपदेश"

सभी जीव/आत्माएं परमात्मा का ही अंश है। सभी जीव जन्म से ही सुख चाहते हैं, दुख कोई नहीं चाहता। इसलिए जैसा व्यवहार हम स्वयं के लिए नहीं चाहते, वैसा व्यवहार हमें भूल कर भी अन्य जीवों के प्रति नहीं करना चाहिए। यही हमारा धर्म व पूजा है.....सुधीर भाटिया फकीर

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