Skip to main content

"ब्रह्म-मुहूर्त उपदेश"

प्रकृति के सभी पदार्थों का अपना एक स्वभाव होता है, जो कभी नहीं बदलता, जैसे पानी का स्वभाव शीतलता है, लेकिन इसी पानी में अग्नि का संपर्क हो जाने से इसमें उबाल आ जाता है, लेकिन अग्नि से संपर्क हटते ही पानी फिर अपने मूल स्वभाव में ही लौट आता है.....सुधीर भाटिया फकीर

Comments

Popular posts from this blog

"भोजन/TI+FF+IN《《《《《 मनु" + "ष्य ????? भजन/शास्त्र" -[कक्षा-2591]-सुधीर भाटिया फकीर-20-09-2024

 

वि+वाह =कारण-शरीर/सँस्कार+सूक्ष्म-शरीर/मन, स्थूल-शरीर/भोग?●तलाक●[कक्षा-2595]सुधीर भाटिया फकीर22-9-24

 

आपके जीवन का गणित:- शुद्ध कमाई ?? ऋण/तमो, शून्य/रजो, बचत/सतो-[कक्षा-2657]-सुधीर भाटिया फकीर-23-10-24