Skip to main content

"ब्रह्म-मुहूर्त उपदेश"

प्रकृति केवल मनुष्य योनि में ही किए गए सकाम कर्मों के आधार पर हम सभी मनुष्यों को नंबर/फल देती है, जबकि भगवान हम सभी मनुष्यों को निष्काम कर्म, आध्यात्मिक ज्ञान व भक्ति के आधार पर ही नंबर देते हैं, जबकि मनुष्य योनि में ही हमें भगवान से जुड़ने का एकमात्र अवसर है, जिसका हम सभी मनुष्यों को लाभ उठाना चाहिए......सुधीर भाटिया फकीर

Comments

Popular posts from this blog

"भोजन/TI+FF+IN《《《《《 मनु" + "ष्य ????? भजन/शास्त्र" -[कक्षा-2591]-सुधीर भाटिया फकीर-20-09-2024

 

वि+वाह =कारण-शरीर/सँस्कार+सूक्ष्म-शरीर/मन, स्थूल-शरीर/भोग?●तलाक●[कक्षा-2595]सुधीर भाटिया फकीर22-9-24

 

आपके जीवन का गणित:- शुद्ध कमाई ?? ऋण/तमो, शून्य/रजो, बचत/सतो-[कक्षा-2657]-सुधीर भाटिया फकीर-23-10-24