"सन्ध्या-बेला सन्देश" May 02, 2021 जीवन में सात्विकता बढ़ने से ही जीवन में प्रसन्नता व शांति आती है। हालांकि सभी रजोगुणी भोग-विषय आरंभ में भले ही सुख/स्वाद देते हैं, लेकिन अन्ततः यह सभी सुख/स्वाद बाद में दुख/रोग ही उत्पन्न करते हैं।आपका आध्यात्मिक मित्रसुधीर भाटिया फकीर Share Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Share Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Comments
"भोजन/TI+FF+IN《《《《《 मनु" + "ष्य ????? भजन/शास्त्र" -[कक्षा-2591]-सुधीर भाटिया फकीर-20-09-2024 September 20, 2024 Read more
वि+वाह =कारण-शरीर/सँस्कार+सूक्ष्म-शरीर/मन, स्थूल-शरीर/भोग?●तलाक●[कक्षा-2595]सुधीर भाटिया फकीर22-9-24 September 22, 2024 Read more
आपके जीवन का गणित:- शुद्ध कमाई ?? ऋण/तमो, शून्य/रजो, बचत/सतो-[कक्षा-2657]-सुधीर भाटिया फकीर-23-10-24 October 23, 2024 Read more
Comments
Post a Comment