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"सन्ध्या-बेला संदेश"

हम सभी मनुष्यों के शरीरों में आत्मा व परमात्मा दोनों ही मौजूद रहते हैं। अज्ञानतावश आत्मा प्रकृति के भोगों को भोगने में इतना मस्त हो जाता है, कि परमात्मा को ही भूल जाता है.....सुधीर भाटिया फकीर

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