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"सन्ध्या-बेला संदेश"

व्यक्तिगत लाभ के लिये या पारिवारिक स्तर पर लाभ लेने के लिए जितने भी कर्म ( पाप-पुण्य ) किये जाते हैं, ऐसे सभी किये गये कर्मों से कोई आध्यात्मिक उन्नति नहीं होती। इसलिए कर्मों की गुणवत्ता पर अवश्य ही चिन्तन करें.....सुधीर भाटिया फकीर

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