Skip to main content

"ब्रह्म-मुहूर्त उपदेश"

सभी ऋषि-मुनियों द्वारा आरंभ से ही सभी शास्त्रों में सभी शब्दों को कुछ इस प्रकार से रचा गया यानी लिखा गया कि प्रत्येक शब्द के भीतर में ही अर्थ छिपा दिया गया, ताकि एक साधारण मनुष्य को एक शिक्षा यानी संदेश मिले, जैसे विषयों में यानी भोगो को मर्यादा से अधिक भोगने से विष यानी जहर की प्राप्ति होती है यानी हमें हानि ही देते हैं.....सुधीर भाटिया फकीर

Comments

Popular posts from this blog

"भोजन/TI+FF+IN《《《《《 मनु" + "ष्य ????? भजन/शास्त्र" -[कक्षा-2591]-सुधीर भाटिया फकीर-20-09-2024

 

वि+वाह =कारण-शरीर/सँस्कार+सूक्ष्म-शरीर/मन, स्थूल-शरीर/भोग?●तलाक●[कक्षा-2595]सुधीर भाटिया फकीर22-9-24

 

आपके जीवन का गणित:- शुद्ध कमाई ?? ऋण/तमो, शून्य/रजो, बचत/सतो-[कक्षा-2657]-सुधीर भाटिया फकीर-23-10-24