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"सन्ध्या-बेला संदेश"

संसार के अधिकांश लोग स्वर्ग यानी सुखों से उत्साहित होकर ही  कर्म करते हैं और नरक यानी दुखों से भयभीत होकर उस पाप कर्म को करने से डरते हैं, जबकि अपने कर्तव्यों का पालन करना सभी मनुष्यों का एक नैतिक धर्म है.....सुधीर भाटिया फकीर

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