एक साधारण मनुष्य भोजन में विष मात्र का शक होने से ही उस भोजन का त्याग कर देता है, जबकि संसार के सभी 5 भोग विषयों में विष ही विष भरा पड़ा है, लेकिन फिर भी आम साधारण मनुष्य इन्हें भोगने के लिए पुण्य कर्म ही नहीं, पाप कर्म करने से भी बाज नहीं आता.....सुधीर भाटिया फकीर
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