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"ब्रह्म-मुहूर्त उपदेश"

सभी मनुष्यों को अपने जीवन में सदा सत्सँग करते रहना चाहिए, क्योंकि ज्ञान लेने से ही शिक्षा/संदेश यानी प्रेरणा मिलती है, जैसे गुटखा, सिगरेट, शराब हमारी सेहत के लिए ही हानिकारक नहीं है, बल्कि इनके गहरे परिणाम जान लेने पर इन बुराईयों से सहज ही वैराग्य होने लगता है.....सुधीर भाटिया फकीर

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