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"सन्ध्या-बेला संदेश"

हम सभी मनुष्य निश्चित सांसें लेकर ही जन्म लेते हैं यानी हर साँस के साथ हमारा मिला हुआ जीवन छोटा होता जा रहा है यानी भक्ति करने का समय भी हाथ से फिसलता जा रहा है.....सुधीर भाटिया फकीर

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