Skip to main content

"सन्ध्या-बेला संदेश"

हमारे वर्तमान जीवन का पुरुषार्थ भविष्य की नींव रखता है, नींव जितनी अधिक मजबूत होगी, भविष्य रूपी इमारत उतनी ही ऊंची और सुंदर बन सकेगी अर्थात् हमें अपने जीवन में सत्संग करते हुए अपने भविष्य का निर्माण करना चाहिए....सुधीर भाटिया फकीर

Comments

Popular posts from this blog

"भोजन/TI+FF+IN《《《《《 मनु" + "ष्य ????? भजन/शास्त्र" -[कक्षा-2591]-सुधीर भाटिया फकीर-20-09-2024

 

वि+वाह =कारण-शरीर/सँस्कार+सूक्ष्म-शरीर/मन, स्थूल-शरीर/भोग?●तलाक●[कक्षा-2595]सुधीर भाटिया फकीर22-9-24

 

आपके जीवन का गणित:- शुद्ध कमाई ?? ऋण/तमो, शून्य/रजो, बचत/सतो-[कक्षा-2657]-सुधीर भाटिया फकीर-23-10-24