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"सन्ध्या-बेला सन्देश"

हमारा वर्तमान जीवन ही भविष्य की नींव को रखता है, नींव जितनी अधिक मजबूत होगी, भविष्य रूपी इमारत उतनी ही ऊंची और सुंदर बन सकेगी। जीवन में सत्संग करते हुए ही हमारा वर्तमान व भविष्य दोनों ही सुन्दर बनते हैं,अन्यथा ?.....सुधीर भाटिया फकीर

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