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"ब्रह्म-मुहूर्त उपदेश"

मनुष्य स्वभाव से ही रजोगुणी है यानी प्रकृति के रजोगुण यानी सँसारी आकर्षणों से अधिक बंधा हुआ है, क्योंकि रजोगुण अपना असर तुरन्त दिखाता है, जबकि सतोगुण अपना असर धीरे-धीरे दिखाता है, जोकि अन्ततः मनुष्य का कल्याण ही करता है.....सुधीर भाटिया फकीर

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