परमात्मा केवल मनुष्यों से ही नहीं, बल्कि प्रकृति के सभी जीवों से प्रेम करते हैं, जबकि सँसार में अक्सर एक मनुष्य स्वार्थ से प्रेरित होकर ही दूसरे मनुष्यों से प्रेम करता हुआ दिखाई देता है, उससे पूर्व नहीं। जबकि परमात्मा से प्रेम होने पर अन्य मनुष्यों से ही नहीं, बल्कि प्रकृति के सभी जीवों के प्रति दया बनी रहती है.....सुधीर भाटिया फकीर
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