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"सन्ध्या-बेला संदेश"

प्रकृति की 84,00000 योनियो में केवल मनुष्य ही अधिक बुद्धिमान जीव माना जाता है, फिर भी मनुष्य अपने जीवन में मरते दम तक निर्णय नहीं ले पाता कि प्रकृति के पदार्थो से मात्र हाय-हैलो ही रखनी है यानी उन्हे गले नहीं लगाना है, अन्यथा ?.....सुधीर भाटिया फकीर

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