परमात्मा एक ही है और सभी जीवों/मनुष्यों का है, किसी एक व्यक्ति/समुदाय/देश का नहीं है यानी परमात्मा सभी जीवों के हितैषी हैं। परमात्मा अनादिकाल से अनेकों अवतार लेकर प्रकट होते आये हैं, लेकिन सभी अवतारों में एक ही मूल तत्व यानी एक ही सत्ता मौजूद रहती है.....सुधीर भाटिया फकीर
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