Skip to main content

"सन्ध्या-बेला संदेश"

हम सभी के स्थूल शरीर तामसी हैं, जबकि मनुष्य स्वभाव से तो राजसी है, लेकिन मनुष्य के पास सतोगुण में वृद्घि करने का एक अवसर है। इसलिए हम सभी मनुष्यों को सत्संग करते रहना चाहिए, ताकि हमारी आध्यात्मिक यात्रा आरम्भ हो सके.....सुधीर भाटिया फकीर

Comments

Popular posts from this blog

"भोजन/TI+FF+IN《《《《《 मनु" + "ष्य ????? भजन/शास्त्र" -[कक्षा-2591]-सुधीर भाटिया फकीर-20-09-2024

 

वि+वाह =कारण-शरीर/सँस्कार+सूक्ष्म-शरीर/मन, स्थूल-शरीर/भोग?●तलाक●[कक्षा-2595]सुधीर भाटिया फकीर22-9-24

 

आपके जीवन का गणित:- शुद्ध कमाई ?? ऋण/तमो, शून्य/रजो, बचत/सतो-[कक्षा-2657]-सुधीर भाटिया फकीर-23-10-24