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"ब्रह्म-मुहूर्त उपदेश"

एक साधारण बोलचाल में ज्ञान को प्रकाश के साथ और प्रकाश को दिन के साथ ही जोड़ा जाता है। दिन में ही दिन और रात दोनों मान लिए जाते हैं। इसलिए जन्म को जन्मदिन से जोड़ा जाता है, भले ही जन्म, दिन के समय में हो या रात के समय। इसलिए जीवन में दिन/प्रकाश/ज्ञान/सतोगुण को सदा ही महत्त्व देना चाहिए.....सुधीर भाटिया फकीर

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