Skip to main content

"ब्रह्म-मुहूर्त उपदेश"

शास्त्रों में भौतिक प्रकृति को द्वैत कहा गया है, जैसे दिन के साथ रात जुड़ी है, उसी तरह से सुख के साथ दुख छिपा ही रहता है, जो एक साधारण मनुष्य को ज्ञान के अभाव में सुख चखते समय दुख नजर नहीं आता यानी सुख मात्र एक छलावा है.....सुधीर भाटिया फकीर

Comments

Popular posts from this blog

"भोजन/TI+FF+IN《《《《《 मनु" + "ष्य ????? भजन/शास्त्र" -[कक्षा-2591]-सुधीर भाटिया फकीर-20-09-2024

 

वि+वाह =कारण-शरीर/सँस्कार+सूक्ष्म-शरीर/मन, स्थूल-शरीर/भोग?●तलाक●[कक्षा-2595]सुधीर भाटिया फकीर22-9-24

 

आपके जीवन का गणित:- शुद्ध कमाई ?? ऋण/तमो, शून्य/रजो, बचत/सतो-[कक्षा-2657]-सुधीर भाटिया फकीर-23-10-24