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"सन्ध्या-बेला संदेश"

वर्तमान जीवन में किये गये कर्मों के आधार पर ही हमारे बड़े भविष्य रुपी इमारत की नीवं रखी जाती है। यदि नीवं कमजोर है यानी पाप कर्मों से सींची गई है, तो भविष्य रुपी इमारत अवश्य ही ढह जायेगी, इस पर निरंतर चिन्तन करते रहें.....सुधीर भाटिया फकीर

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