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"सन्ध्या-बेला संदेश"

सत्संग के अभाव में एक साधारण मनुष्य का जीवन अज्ञानता में ही बीतता है, जिसके फलस्वरूप मनुष्य को आध्यात्मिक ज्ञान नहीं होता। ऐसी स्थिति लम्बे समय तक बने रहने से पाप कर्म कब शुरु हो जाते हैं, मनुष्य को इसका बोध भी नहीं रहता.....भाटिया फकीर

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