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सन्ध्या-बेला सन्देश

संसार के अधिकांश लोग सुखों की वर्षा में नहाते समय अक्सर परमात्मा को भूल जाते हैं, जबकि दूसरी ओर दुखों की परछाई भी नजर आने मात्र से परमात्मा को याद करना आरम्भ कर देते हैं.....सुधीर भाटिया फकीर

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