Skip to main content

ब्रह्म-मुहूर्त उपदेश

सभी मनुष्य आज नहीं तो कल स्वीकार कर ही लेते हैं कि संसार के चक्रव्यूह में घुस जाना तो बहुत आसान है, पर इस चक्रव्यूह से निकल पाना बहुत ही कठिन है, लेकिन यह असंभव नहीं है, इसका एक ही रास्ता है, निरंतर.....सत्संग करते रहना.....सुधीर भाटिया फकीर

Comments

Popular posts from this blog

"भोजन/TI+FF+IN《《《《《 मनु" + "ष्य ????? भजन/शास्त्र" -[कक्षा-2591]-सुधीर भाटिया फकीर-20-09-2024

 

वि+वाह =कारण-शरीर/सँस्कार+सूक्ष्म-शरीर/मन, स्थूल-शरीर/भोग?●तलाक●[कक्षा-2595]सुधीर भाटिया फकीर22-9-24

 

आपके जीवन का गणित:- शुद्ध कमाई ?? ऋण/तमो, शून्य/रजो, बचत/सतो-[कक्षा-2657]-सुधीर भाटिया फकीर-23-10-24