सन्ध्या-बेला सन्देश November 30, 2021 एक साधारण मनुष्य अज्ञानतावश छोटे-छोटे सुखों को पाने के लिए बड़े-बड़े दुखों को सहने का समझौता कर लेता है, जबकि मनुष्य जन्म दुखों की दलदल से निकल कर परम सुख यानी आनंद/भगवान को पाने के लिए ही मिला है.....सुधीर भाटिया फकीर Share Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Share Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Comments
"भोजन/TI+FF+IN《《《《《 मनु" + "ष्य ????? भजन/शास्त्र" -[कक्षा-2591]-सुधीर भाटिया फकीर-20-09-2024 September 20, 2024 Read more
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आपके जीवन का गणित:- शुद्ध कमाई ?? ऋण/तमो, शून्य/रजो, बचत/सतो-[कक्षा-2657]-सुधीर भाटिया फकीर-23-10-24 October 23, 2024 Read more
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