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सन्घया-बेला सन्देश

एक साधारण मनुष्य अपने जीवन में दिन-रात विषय-भोगों की प्राप्ति के लिये ही भाग-दौड़ करता रहता है और इसी भाग-दौड़ में कब मनुष्य से पाप कर्म होने लगते हैं, मनुष्य को स्वयं भी पता नहीं चलता.....सुधीर भाटिया फकीर

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