सभी आत्माएँ स्वभाव से ही ज्ञानवान होती हैं और परमसुख की इच्छा रखना भी सभी आत्माओं का स्वभाव है, लेकिन फिर भी हम सभी जीव अनादि काल से अलग-अलग स्तर पर मायाबद्ध होने के कारण दुखी है। इस पर चिन्तन करें और सत्संग करते रहना अपना स्वभाव बनायें.....सुधीर भाटिया फकीर
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