कार्य में कारण अदृश्य रूप में रहता हुए ही कार्य सम्पन्न होता है, जैसे विद्युत-शक्ति फ्रीज और गीजर में कार्य को यन्त्र के स्वभाव के अनुसार कार्य करवाती है। इसी तरह शुभ/सत्संग या अशुभ/कुसंग, मनुष्यों द्वारा होने वाले दोनों ही कार्यों में भगवान की शक्ति अपना कार्य करती है.....सुधीर भाटिया फकीर
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