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संध्या बेला सन्देश

शास्त्रों में आत्मा को सतचित और परमात्मा को सच्चिदानंद कहा गया है यानी सभी आत्माएँ केवल ज्ञानस्वरुप है, आनंदस्वरुप नहीं, इसीलिए सभी मनुष्य मरते दम तक स्वाभाविक ही आनंद की तलाश करते रहते हैं.....सुधीर भाटिया फकीर

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