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ब्रह्म-मुहूर्त उपदेश

भगवान को तत्वरुप से यानी यथार्थ रूप से जानने-समझने के लिए बार-बार ज्ञान रूपी सत्संग का श्रवण करते रहो, बार-बार शास्त्रों को पढ़ो। जीवन में ऐसा निरंतर करते रहने से ही परमात्मा से ज्ञानपूर्वक जुड़ना संभव हो सकेगा, अन्यथा ?.....सुधीर भाटिया फकीर

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