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सन्ध्या-बेला सन्देश

भौतिक प्रकृति के पदार्थों की प्राप्ति के लिए कर्म करना भौतिक है, जो हमारे 5 विषय भोगों से ही सम्बन्धित होते हैं, जबकि परमात्मा की भक्ति का होना या ज्ञानमयी स्मृति बने रहना ही योग है, अर्थात् योग के अतिरिक्त सब कुछ ही भोग है.....सुधीर भाटिया फकीर

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