84,00000 योनियो में केवल और केवल मनुष्य योनि में ही किये गये सभी प्रकार के सकाम कर्म लिखे जाते हैं, इसलिए हम सभी मनुष्यों को अपने सभी कर्म बहुत ही ज्ञानपूर्वक व सावधानी पूर्वक करने चाहिए, अर्थात् पाप कर्मों से अवश्य ही बचा जाना चाहिए, ताकि भविष्य में दुख न झेलने पड़े.....सुधीर भाटिया फकीर
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