जैसे फलों का राजा आम है, फूलों का राजा गुलाब है, वैसे ही 84,00000 योनियों में मनुष्य योनि को राजा योनि ही मानो और परमात्मा रुपी मंजिल को पाने के लिए साधना करो, नांकि भिखारियों की तरह संसारी पदार्थों को कमाने, छीनने में ही मिले हुए अनमोल अवसर को मत गँवाओ, अन्यथा ?.....सुधीर भाटिया फकीर
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