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संध्या-बेला सन्देश

भौतिक प्रकृति के अमर्यादित विषय-भोग ही मनुष्य के रोगों का एक कारण हैं और परमात्मा एक डाक्टर हैं, जो इन रोगों के इलाज के लिए अनादि काल से हम मनुष्यों को एक ही दवाई लिखते आ रहे हैं। इस राम-बाण रुपी दवाई का नाम ही "सत्सँग" है.....सुधीर भाटिया फकीर

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