वर्तमान समय में अधिकांश लोगों की आध्यात्मिक ज्ञान को जानने की अधिक जिज्ञासा नहीं होती, जबकि एक साधारण मनुष्य सिद्धियों/चमत्कार से जल्दी प्रभावित होता है। भगवान को जानने-समझने के लिये हमें सतोगुण का अधिक से अधिक संग करना होगा यानी जीवन में निरन्तर सत्संग की स्थिति बनाये रखनी होगी...... सुधीर भाटिया फकीर
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