Skip to main content

ब्रह्ममुहूर्त उपदेश

पुरूषार्थ द्वारा अर्जित धन ही सुख-शान्ति प्रदान करता है, जबकि छल-कपट, ठगी, हेरा-फेरी से कमाया गया धन मनुष्य को सदा ही अशान्त बनाये रखता है। इस सत्य को मनुष्य अपने जीवन में जितनी जल्दी स्वीकार कर लेता है, मनुष्य उतने-उतने अंश में सुख-शान्ति प्राप्त करता जाता है.....सुधीर भाटिया फकीर

Comments

Popular posts from this blog

"भोजन/TI+FF+IN《《《《《 मनु" + "ष्य ????? भजन/शास्त्र" -[कक्षा-2591]-सुधीर भाटिया फकीर-20-09-2024

 

वि+वाह =कारण-शरीर/सँस्कार+सूक्ष्म-शरीर/मन, स्थूल-शरीर/भोग?●तलाक●[कक्षा-2595]सुधीर भाटिया फकीर22-9-24

 

आपके जीवन का गणित:- शुद्ध कमाई ?? ऋण/तमो, शून्य/रजो, बचत/सतो-[कक्षा-2657]-सुधीर भाटिया फकीर-23-10-24