जैसे संसार में सभी मनुष्य एक दूसरे की टांग खींचते हैं, अपनी बात रखना चाहते हैं, अपना ही ढोल पीटना चाहते हैं, वैसे ही स्थितियाँ अक्सर ससंद में भी अपनी सत्ता बनाये रखने के लिए देखी जाती हैं, जबकि परमात्मा की सत्ता में रहने मात्र से ही हम सभी मनुष्यों के साथ-साथ प्रकृति के अन्य जीवों का भी कल्याण होने लगता है....सुधीर भाटिया फकीर
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