संध्या-बेला सन्देश March 03, 2022 संसार में हम अपने बच्चों की बुद्धि का विकास करने के लिए तो उन्हें स्कूल-कॉलेज में भेज देते हैं, जबकि परमात्मा को जानने-समझने और पाने के लिए विवेक-शक्ति चाहिए, जो सत्संग करने से ही जागृत होती है, वहाँ तो हम स्वयं ही कम जाते हैं.....सुधीर भाटिया फकीर Share Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Share Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Comments
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