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संध्या-बेला सन्देश

मनुष्य को श्रद्धापूर्वक गम्भीर मुद्रा में सत्संग गहरे तल पर सुनना चाहिए, ताकि हमारी सोयी हुई विवेक शक्ति जागे, फलस्वरूप परमात्मा के आनंद का रस पीने को मिले, अन्यथा बैमन से सत्संग सुनने पर मनुष्य को रस की प्राप्ति नही होती.....सुधीर भाटिया फकीर

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