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संध्या-बेला सन्देश

मनुष्य के जीवन में पूर्व समय के किये गये पाप-कर्म कब प्रतिकूल परिस्थितियों ले आते हैं, मनुष्य को इसका बोध नहीं रहता, ऐसी स्थिति में किया गया सत्संग ही मनुष्य को सही राह दिखा उन विपरीत परिस्थितियों से बाहर निकालने में काम आता है.....सुधीर भाटिया फकीर

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