Skip to main content

ब्रह्ममुहूर्त उपदेश

मनुष्य द्वारा स्थूल-शरीर के स्तर पर होने वाली साधारण क्रियायें, जो अन्य जीवों को प्रभावित करती हैं, ऐसी क्रियायों से हमारा कर्माशय + संस्कार बनते हैं, लेकिन सूक्ष्म-शरीर/मानसिक चिन्तन से भले ही कर्माशय नहीं बनता, लेकिन संस्कार बनते हैं, जो भविष्य में कर्मों को दिशा देते हैं.....सुधीर भाटिया फकीर

Comments

Popular posts from this blog

"भोजन/TI+FF+IN《《《《《 मनु" + "ष्य ????? भजन/शास्त्र" -[कक्षा-2591]-सुधीर भाटिया फकीर-20-09-2024

 

वि+वाह =कारण-शरीर/सँस्कार+सूक्ष्म-शरीर/मन, स्थूल-शरीर/भोग?●तलाक●[कक्षा-2595]सुधीर भाटिया फकीर22-9-24

 

आपके जीवन का गणित:- शुद्ध कमाई ?? ऋण/तमो, शून्य/रजो, बचत/सतो-[कक्षा-2657]-सुधीर भाटिया फकीर-23-10-24