संसार में प्राय ऐसा देखा जाता है कि एक साधारण मनुष्य अपने स्थूल-शरीर को ही अधिक महत्व देता है, इसीलिए घर के निर्माण में रसोई/भोजन-कक्ष को एक विशेष महत्व दिया जाता है, जबकि सूक्ष्म-शरीर/मन के भजन के लिए कोई कक्ष/बड़ा स्थान नहीं रखा जाता.....सुधीर भाटिया फकीर
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